हरित हाइड्रोजन भविष्य का ईंधन, मध्य प्रदेश होगा अग्रणी उत्पादकः गडकरी

खंडवा (मप्र) – केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने हाइड्रोजन को भविष्य का ईंधन बताते हुए बुधवार को कहा कि कृषि उत्पादन की तरह ही मध्य प्रदेश हरित हाइड्रोजन उत्पादन में भी देश का अग्रणी राज्य बनकर उभरेगा। गडकरी ने मध्य प्रदेश के खंडवा से भाजपा की ‘जन आशीर्वाद’ यात्रा को हरी झंडी दिखाकर रवाना करने से पहले आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अगुवाई में मध्य प्रदेश कृषि उत्पादन में लगातार सात बार शीर्ष पर रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘एक समय मध्य प्रदेश की चर्चा बीमारू राज्य के रूप में होती थी लेकिन आज इसकी गिनती विकसित प्रदेश के रूप में होती है। शिवराज के नेतृत्व में मध्य प्रदेश ने कृषि उत्पादन बढ़ाया और देश में अव्वल स्थान प्राप्त किया।’’

गडकरी ने कहा, ‘‘किसानों को उचित दाम मिलने में आ रही मुश्किलों को देखते हुए सरकार ने तय किया कि किसान अब केवल अन्नदाता ही नहीं, ऊर्जादाता भी बने। हमारा यह संकल्प प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में पूरा हो रहा है।’’ उन्होंने कहा कि अब देश में टुकड़ा चावल, मक्का, ज्वार और गन्ने के रस से एथनॉल बनाया जा रहा है जिसका इस्तेमाल ईंधन के रूप में हो रहा है। स्पाइसजेट और विस्तार एयरलाइंस के विमानों में ईंधन के रूप में एथनॉल का उपयोग हो रहा है। इसी तरह पूरी तरह बायो-एथनॉल से चलने वाले स्कूटर भी आ रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘देश में पेट्रोल एवं डीजल के आयात पर 16 लाख करोड़ रुपये का खर्च होता है। ईंधन के रूप में बायो-एथनॉल के उपयोग से यह पैसा किसानों की जेब में जाएगा और वे देश में बड़े पैमाने पर हरित ईंधन का उत्पादन करेंगे।’’

उन्होंने कहा, ‘‘मुख्यमंत्री चौहान ने ऊर्जा के क्षेत्र में बहुत बड़ा काम किया है। मध्य प्रदेश देश में बड़े पैमाने पर तापीय, जल, पवन और सौर ऊर्जा का उत्पादन कर रहा है। पानी से हरित हाइड्रोजन का उत्पादन करने के लिए सौर ऊर्जा संयंत्र के पास एक इलेक्ट्रोलाइजर स्थापित किया जा सकता है। मुझे विश्वास है कि मध्य प्रदेश कृषि की तरह देश में हरित हाइड्रोजन उत्पन्न करने वाला अग्रणी राज्य होगा। हरित हाइड्रोजन भविष्य का ईंधन है।’’ उन्होंने यह भी कहा कि अब किसान न केवल ‘अन्न दाता’ (खाद्यान्न उत्पादक) बने रहेंगे, बल्कि बड़े पैमाने पर ‘ऊर्जा दाता’ (ऊर्जा उत्पादक) भी बनेंगे।

उन्होंने कहा, ‘‘देश में ईंधन आयात पर खर्च होने वाले 16 लाख करोड़ रुपये किसानों के पास जाएंगे क्योंकि वे देश में बड़े पैमाने पर हरित ईंधन का उत्पादन करेंगे।’’ गडकरी ने कहा कि वह खुद हाइड्रोजन से चलने वाली कार का उपयोग कर रहे हैं और भविष्य में कोयले और तेल की जगह उद्योगों एवं वाहन क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर इसका उपयोग किया जाएगा। उन्होंने कहा, ‘‘मध्य प्रदेश के विकास का श्रेय यदि किसी को है तो वह हमारे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को है। अभी तक जो विकास हुआ वह तो ट्रेलर था, असली फिल्म शुरू होनी बाकी है।’’

उन्होंने कहा कि गांवों का विकास भी स्मार्ट शहरों की तर्ज पर होना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में 24 घंटे बिजली, अच्छी सड़क एवं पेयजल की सुविधाएं देशवासियों को मिल रही हैं। उन्होंने कहा कि यह जन आशीर्वाद यात्रा मध्य प्रदेश का भविष्य बदलने और किसानों को समृद्ध बनाने के लिए जनता का आशीर्वाद लेने आई है। गडकरी ने कहा कि मध्य प्रदेश को समृद्ध और स्वर्णिम बनाने के लिए लोग अपना आशीर्वाद भाजपा को दें।

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