भारत-पाकिस्तान में हुई बातचीत, डीजीएमओ की बैठक पर सीजफायर पर सहमति बनी

भारत और पाकिस्तान में एक बार फिर से बातचीत शुरू हुई है। गुरुवार को दोनों देशों के डीजीएमओ (डायरेक्टर जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशंस) की बैठक हुई। इसमें दोनों देशों के बीच बीते सालों में हुए समझौतों को फिर से लागू करने पर सहमति बनी है। इसमें एलओसी (लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल) में सीजफायर का समझौता भी शामिल है। ये सभी समझौते 24-45 फरवरी की रात से ही लागू होंगे। बैठक के बाद दोनों देशों ने एक संयुक्त बयान जारी किया है।
मौजूदा समय में एलओसी पर आएदिन फायरिंग होती रहती है। दोनों देशों के बीच कश्मीर मुद्दे को लेकर बातचीत भी बंद थी। ऐसे में यह नई बैठक शायद हालात को सुधारे। दोनों देशों के प्रधानमंत्री आखिरी बार 2015 में 25 दिसम्बर को मिले थे। पीएम मोदी अचानक ही लाहौर पहुंच गए थे।

हॉटलाइन कॉन्टैक्ट मैकेनिज्म तैयार होगा
डीजीएमओ लेवल की इस बैठक मे तय हुआ कि एक हॉटलाइन कॉन्टैक्ट मैकेनिज्म तैयार किया जाएगा, जिससे दोनों देशों के बीच बातचीत हो सके। साथ ही रोजाना फ्लैग मीटिंग फिर से शुरू होगी ताकि मतभदों को सुलझाया जा सके। सीजफायर उल्लंघन और घुसपैठ जैसे दूसरे मामलों को भी बातचीत से सुलझाया जाएगा।

पिछले साल सीजफायर उल्लंघन की 5,133 घटनाएं हुईं थीं
भारत और पाकिस्तान के बीच नवम्बर 2003 में एलओसी पर सीजफायर एग्रीमेंट हुआ था। सरकार ने संसद में जानकारी देकर बताया था कि 2020 में सीजफायर उल्लंघन की 5,133 घटनाएं हुईं, जिसमें 46 लोगों की जान गई। इस साल भी 28 जनवरी तक सीजफायर उल्लंघन की 299 घटनाएं हो चुकी हैं। एक फरवरी को एक व्यक्ति की मौत भी हो गई थी।

 

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