वाराणसी – राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने देश की सांस्कृतिक राजधानी के तौर पर विश्व विख्यात वाराणसी के तीन दिवसीय दौरे की शुरूआत बाबा विश्वनाथ के दर्शन पूजन के साथ की। वायुसेना के विशेष विमान से शनिवार शाम लाल बहादुर शास्त्री अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा पहुंचने पर श्री कोविंद की आगवानी उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पुष्प गुच्छ एवं शॉल भेंट कर की। इस अवसर पर प्रदेश के मंत्री डॉ नीलकंठ तिवारी एवं रविंद्र जायसवाल, सांसद बी पी सरोज, मंडलायुक्त दीपक अग्रवाल एवं आईजी विजय सिंह मीणा मौजूद थे। हवाई अड्डे से राष्ट्रपति सपरिवार वायु सेना के हेलीकॉप्टर से बीएलडब्ल्यू (पूर्व नाम डीएलडब्ल्यू) पहुंचे, जहां वह बाबा विश्वनाथ मंदिर के लिये रवाना हो गये।
श्री कोविंद ने श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन-पूजन के बाद दशाश्वमेध घाट पर मां गंगा की आरती सपरिवार की। राष्ट्रपति रात्रि विश्राम बनारस डीजल इंजन रेल कारखाना (बीएलडब्ल्यू) गेस्ट हाउस करेंगे। अगले दिन रविवार को वह सोनभद्र में आयोजित ‘वनवासी संगम’ में शामिल होंगे, जहां जिले के चपकी स्थित ‘सेवा कुंज आश्रम’ के नवनिर्मित भवन का उद्घाटन करेंगे। इसके बाद वह मिर्जापुर का रुख करेंगे, जहां शाम करीब छह बजे विंध्याचल के प्रसिद्ध ‘विंध्यवासनी देवी मंदिर’ में दर्शन-पूजन के बाद रात में वाराणसी वापस आएंगे।
राष्ट्रपति सोमवार को एक मीडिया समूह की ओर से यहां के ताज होटल में आयोजित ‘गंगा, वातावरण और भारत की संस्कृति’ विषयक समारोह के उद्घाटन सत्र में पूर्वाह्न करीब साढ़े 11 बजे शामिल होंगे। कार्यक्रम के वह बाद विशेष विमान से दिल्ली लौट जाएंगे। श्री कोविंद के दौरे एवं कार्यक्रमों को देखते हुए सुरक्षा एवं यातायात व्यवस्था समेत तमाम तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। बाबतपुर के लाला बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा, बीरेका या बीएलडब्ल्यू परिसर (पूर्व का नाम डीएलडब्ल्यू या डीरेका) स्थित अस्थायी हेली पैड एवं गेस्ट हाउस, श्री काशी विश्वनाथ मंदिर, दशाश्वमेध घाट के अलावा संभावित सड़क यात्रा मार्गों पर सुरक्षा के चाकचौबंद इंतजाम किये गये हैं। राष्ट्रपति की सड़क यात्रा के दौरान आम लोगों के लिए यातायात व्यवस्था में कई प्रकार के बदलाव किये गये हैं। संभावित यात्रा एवं कार्यक्रम स्थलों पर पुलिस कर्मियों को तैनात कर दिया गया है।