मुरादाबाद मंडल में सेमाफोर सिग्नलिंग सिस्टम अब बीते जमाने की बात
मुरादाबाद – उत्तर रेलवे के मुरादाबाद मंडल में परंपरागत सेमाफोर सिग्नलिंग प्रणाली को पूरी तरह से समाप्त कर दिया गया है और इसके स्थान पर अत्याधुनिक तकनीक आधारित सिग्नलिंग व्यवस्था स्थापित हो गई है। वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक रेखा शर्मा ने बुधवार को बताया कि बदलते मौजूदा वैश्विक परिदृश्य में भारतीय रेल भी परिवर्तन के दौर से गुजर रही है। इसी क्रम में एक मार्च को भारतीय रेल के मुरादाबाद मंडल ने एक नया आयाम स्थापित किया है। परंपरागत सिगनलिंग सिस्टम मात्र सीतापुर, बालामऊ तथा उन्नाव रेलखंड के नौ स्टेशनों तक सिमट गई थी जिसे अब पूरी तरह से नई सिग्नलिंग व्यवस्था से बदल दिया गया है।
उन्होने बताया कि अब इस खंड में ट्रेनों की औसत रफ्तार 15 किमी प्रति घंटा से बढ़ कर 50 किमी प्रति घंटा पहुंच जायेगी। उच्च तकनीक आधारित, सिंगनलिंग सिस्टम जोकि पूरी तरह सेफ और त्रुटिहीन माना जाता है, जिसके लागू होने से रेल परिचालन को और अधिक सुरक्षित बनाया जा सकता है।