भोपाल – मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में रविवार से चार दिवसीय राष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस एवं नेशनल एक्सपो ‘सार्थक एजुविज़न 2021’ का आयोजन किया जाएगा। इसमें देश के उत्कृष्ट संस्थानों से अकादमिक और विशेषज्ञ इकट्ठे होकर भारत केंद्रित शिक्षा व्यवस्था के लिए मंथन करेंगे।
आयोजकों के अनुसार यहां प्रशासन अकादमी स्थित स्वर्ण जयंती सभागार में कल शाम शाम 6:00 बजे केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गड़करी और मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान नेशनल एक्सपो का उद्घाटन करेंगे। समापन कार्यक्रम में 17 मार्च को केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक और केंद्रीय संस्कृति मंत्री प्रहलाद पटेल उपस्थित रहेंगे। कई केंद्रीय मंत्री भी इस दौरान कॉन्फ्रेंस को ऑनलाइन संबोधित करेंगे। कॉन्फ्रेंस में नोबल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी एवं प्रो. मोहम्मद युनुस भी संबोधित करेंगे।
भारतीय शिक्षण मंडल के अध्यक्ष डॉ सच्चिदानंद जोशी आज यहां पत्रकारों से चर्चा में यह जानकारी दी। इस मौके पर मध्य भारत प्रान्त के अध्यक्ष प्रो आशीष डोंगरे, राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो सुनील कुमार गुप्ता, मप्र भोज मुक्त विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो जयंत सोनवलकर, माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो के जी सुरेश ने संबोधित किया। प्रेसवार्ता में बताया गया कि देशभर से लगभग 200 कुलपति, अकादमिक तथा शिक्षा विशेषज्ञ, इसरो, डीआरडीओ, भाभा एटोमिक रिसर्च समेत कई उत्कृष्ट संस्थाओं के प्रतिनिधि एवं कई केंद्रीय मंत्री तथा मप्र के मुख्यमंत्री श्री चौहान भी आत्मनिर्भर भारत की संकल्पना को साकार करने की दिशा में शिक्षा के इस महाकुंभ ‘सार्थक एजुविज़न 2021’ में सम्मिलित होंगे।
भारतीय शिक्षण मंडल, मध्यप्रदेश शासन, राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, यूजीसी तथा एआईसीटीई के संयुक्त आयोजन में यह चार दिवसीय नेशनल एक्सपो 17 मार्च तक चलेगा। इस आयोजन में आत्मनिर्भर भारत के लिए विशेष संकल्प के साथ चिंतन और मनन होगा। आयोजन में प्रदर्शनी के माध्यम से भारत के उल्लेखनीय और उत्कृष्ठ शिक्षा संस्थान अपनी उपलब्धियों को देश के समक्ष रखेंगे। राष्ट्रीय शिक्षा नीति के परिप्रेक्ष्य में शिक्षा व्यवस्था में भारतीयता को लाना, इस कॉन्फ्रेंस के मुख्य ध्येय है।
उद्घाटन सत्र में यशोधरा राजे सिंधिया, डॉ. मोहन यादव, इंदर सिंह परमार, ऊषा ठाकुर, डॉ सच्चिदानंद जोशी, प्रो डीपी सिंह, डॉ अनिल सहस्रबुद्धे भी उपस्थित रहेंगे। 17 मार्च को समापन सत्र में मुख्यमंत्री श्री चौहान, केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक, विज्ञान एवं तकनीक लघु एवं सूक्ष्म उद्योग मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा भी उपस्थित रहेंगे।